ल्यूकोरिया के लक्षण और इलाज | Leucorrhea (White Discharge) Treatment in Hindi
लिकोरिया या सफ़ेद पानी की बीमारी महिलाओं के लिए एक बहुत ही बड़ी समस्या है। महिलाओं में योनि से सामन्यता कई प्रकार के डिस्चार्ज आते हैं। योनि से होने वाले डिस्चार्ज हार्मोन्स के कम या अधिक होने से भी प्रभावित होते हैं। हार्मोन्स का असंतुलन भी लिकोरिया का कारण हो सकता है।
कुछ स्राव या डिस्चार्ज बिलकुल नार्मल होते हैं। लेकिन कुछ प्रकार के योनि स्राव बीमारयों के कारण होते हैं। यीस्ट और बैक्टीरिया के इन्फेक्शन के कारण होने वाले सफ़ेद पानी या योनि से होने वाला डिस्चार्ज बदबूदार होता है।
यह भी देखें – वैजिनल डिस्चार्ज, आपको क्या जानना चाहिए
योनि से सफ़ेद पानी का आना या ल्यूकोरिया की बीमारी क्या है ?
लिकोरिया का मतलब होता है योनि से सफ़ेद पानी का आना। सफ़ेद पानी की समस्या को श्वेतप्रदर के नाम से भी जान जाता है। सामान्यता योनि से एक साफ़ और तरल पदार्थ स्रावित होता रहता है जो योनि को नमी देता है और चिकना रखता है। यह नमी और चिकनाई योनि को संक्रमण से बचने में मदद करती है। इस प्रकार के डिस्चार्ज को फिजियोलॉजिकल डिस्चार्ज कहते हैं।
गाढ़ा सफ़ेद पानी या बदबूदार डिस्चार्ज इंफ्केशन या बीमारी के कारण होता है। यदि आप असामन्य, गन्दा, बदबूदार सफ़ेद डिस्चार्ज महसूस करती हैं तो अपने डॉक्टर से बिना देर किये परामर्श करें।
योनि से होने वाले डिस्चार्ज या लिकोरिया के प्रकार
गाढ़ा, सफ़ेद दही जैसा डिस्चार्ज
यह डिस्चार्ज योनि के यीस्ट इन्फेक्शन के कारण होता है। इसमें योनि के ऊपर सूजन और खुजली होती है। सम्भोग के समय मरीज को बहुत अधिक दर्द होता है और योनि स्राव में बदबू आती है।
सफ़ेद पीला और मछली की बदबू वाला डिस्चार्ज
इसका कारण बैक्टीरियल वेजिनोसिस होता है। इसके लक्षणों में खुजली और जलन, योनि पर लालीपन और सूजन आना मुख्य हैं। यह पेशाब के इन्फेक्शन का साथ भी हो सकता है।
भूरे लाल रंग का डिस्चार्ज
इस प्रकार के योनि स्राव में योनि से असामन्य खून आता है। पेट के निचले हिस्से में दर्द होता है। भूरे लाल रंग के योनि स्राव या डिस्चार्ज के मुख्य कारण निम्नलिखित है:
- अनियमित माहवारी
- सर्वाइकल कैंसर
- एंडोमेट्रियल कैंसर
पीले भूरे रंग का डिस्चार्ज
यह मुख्यता बैक्टीरिया के इन्फेक्शन के कारण होता है। जिसमे गोनोरिया सबसे प्रमुख है। इसके मुख्य लक्षण मासिक धर्म के बीच में योनि से खून आना, पेशाब का निकल जाना, और पेडू में दर्द होना।
हरे पीले रंग का डिस्चार्ज
योनि से होने वाला इस प्रकार का स्राव मुख्यत Trichomoniasis इन्फेक्शन के कारण होता है। इसके मुख्य लक्षणों में योनि से बदबूदार डिस्चार्ज, पेशाब करते समय दर्द होना। पेशाब के रास्ते में पेशाब करते समय खुजली और जलन होना। यह सम्भोग के द्वारा बड़ी आसानी से फैलता है।
योनि से स्राव , लिकोरिया के मुख्य कारण
- बर्थ कण्ट्रोल पिल्स
- एंटीबायोटिक्स का अधिक सेवन
- स्टेरॉइड्स का अधिक इस्तेमाल
- Chlamydia का इन्फेक्शन
- गोनोरिया इन्फेक्शन
- Trichomoniasis इन्फेक्शन
- यीस्ट का संक्रमण
- ब्लड शुगर
- पेल्विक इन्फेक्शन्स या पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज
लिकोरिया या white discharge का घरेलु उपाय
बहुत से मरीज़ों का केवक एक ही सवाल होता है कि सफ़ेद पानी कि समस्या को कैसे दूर करें? लिकोरिया का रामबाण इलाज है साफ सफाई और स्वक्षता का पालन करना। सम्भोग करते समय पूरी सावधानी बरतना। जिससे कि किसी प्रकार का कोई इन्फेक्शन एक पार्टनर से दूसरे को न लग सके।
- मशरूम के उपयोग से बचें।
- कम मासलेदार भोजन करें।
- पानी बहुत अधिक मात्रा में पियें।
- सूती कपड़ों का इस्तेमाल करें
- नायलोन या रेशमी कपड़ों के प्रयोग से बचें।
- ताजे नीबू के रास को पानी में दाल दें और इस पानी से योनि को धोएं।
- ब्लड शुगर कण्ट्रोल करें या मीठे से बानी चीज़ों का काम प्रयोग करें।
भिंडी से करें लिकोरिया का इलाज
लिकोरिया के इलाज के लिए भिंडी एक बहुत ही उपयोगी घरेलु नुस्खा है। आप इससे लाभ उठाने के लिए अपने दैनिक भोजन में भिंडी का प्रयोग बढ़ा दें। भिंडी को भाप से गलायें और कच्चे तौर पर इस्तेमाल करें। यह एक बहुत ही फायदेमंद घरेलु उपाय है।
चावल का पानी है सफ़ेद पानी का घरेलु उपाय
ब्राउन चावल का मांड या पानी लिकोरिया के लिए बहुत ही फायदेमंद है। हरे धनिया कि पत्ती का प्रयोग भी बहुत अधिक उपयोगी है।
मेथी का प्रयोग और लिकोरिया का इलाज
मेथी एक सब्जी और एक बहुत ही उपयोगी जड़ी बूटी भी है। यह हारमोन्स को संतुलित और नियमित करने में मदद करता है। योनि के पीएच को भी संतुलित बनाये रखता है। मेथी को रात को पानी में भिगो कर रख दें। सुबह को इसको छान लें और शहद में मिला कर पी लें। ये प्रकिर्या आपको कई हफ्तों तक करनी होगी। मेथी के बीजों के पानी में उबाल लें। और छाने हुए पानी को वैजिनल वाश के तौर पर लगातार इस्तेमाल करें।
केला से लिकोरिया का इलाज
प्रतिदिन एक से दो केले खाएं। केला खाने से लिकोरिया को कम किया जा सकता है। कच्चे केले कि सब्जी का भी प्रयोग भी उपयोगी है।
लिकोरिया की रामबाण दवा
लिकोरिया की बीमारी का इलाज प्राकृतिक तरीके से बहुत ही सरल है। यदि को इन्फेक्शन है तो साथ में उसका इलाज भी किया जाये। नीचे दी गयी यूनानी दवाइयों का प्रयोग करें। योनि की दुर्गन्ध और सफ़ेद पानी दोनों का जड़ से इलाज करें।
- माजून सुपारी पाक 7 ग्राम सुबह शाम
- सफूफे सीलान 1 चम्मच सुबह शाम
- हब्बे मरवारीद 2 गोली सुबह शाम
- खमीरा मरवारीद 3 ग्राम सुबह शाम
ये दवाइयां डॉक्टर कि सलाह पर एक से दो महीने तक इस्तेमाल करें। ऊपर बताये हुए उपायों के साथ इन दवाइयों को लगातार इस्तेमाल करें। इससे लिकोरिया कि बीमारी को जड़ से ठीक किया जा सकता है। यह लिकोरिया कि रामबाण दवा है। सफ़ेद पानी कि बीमारी को जड़ से ठीक करने के लिए बताये गए उपायों और दवाइयों का प्रयोग करें। याद रखें बिना डॉक्टर के परमर्श के कोई भी दवा न लें।
Note: माजून और खमीरा ब्लड शुगर के मरीजों को न दें।
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