चुकंदर की चटनी (Beetroot Chutney) एक लाजवाब वयंजन हैं ये न सिर्फ स्वादिष्ट है, बल्कि सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद है। इसमें आयरन, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स भरपूर मात्रा में होते हैं। यह दिल की सेहत को बेहतर बनाती है, कोलेस्ट्रॉल को काम करती है, लीवर को साफ करती है, और पाचन में मदद करती है। चुकंदर की चटनी (Beetroot Chutney) के अंदर जो भी इंग्रेडिएंट्स डेल गए हैं वो इसके स्वास्थ्य सम्बन्धी फायदों को और बढ़ा देते हैं।
चुकंदर की चटनी (Beetroot Chutney) एक स्वस्थ और स्वादिष्ट विकल्प
अगर आप एक स्वादिष्ट डिश के साथ अपनी सेहत को बेहतर बनाना चाहते हैं, तो मैं आपको अपनी BEETROOT चटनी की रेसिपी बताने के लिए उत्साहित हूँ। यह चटनी न सिर्फ स्वादिष्ट है, बल्कि इसमें ऐसे पोषक तत्व होते हैं जो आपकी सेहत को लाभ पहुंचाते हैं। इसके बहुत सरे फायदे हैं जो आपके दिल जिगर और गुर्दे तीनो को फायदा पहुंचती है, पाचनतंत्र को सुधरती है और कब्ज को भी काम करती है। आपको रोज़ाना लगातार भी खा सकते हैं। ये प्राकृतिक सामग्रियों से बनाई है इसलिए इसके कोई साइड इफेक्ट्स भी नहीं हैं।
चुकंदर की चटनी बनाने के लिए जरुरी सामग्री
चुकंदर (Beetroot) की चटनी तैयार करना बहुत आसान है। धयान रखें जब भी आप चटनी बनाने का प्लान कर रहे हों सब की सब सामग्री सही मात्रा में आपके पास हों। आप एक बार की बनाई हुई चटनी को कई दिन यहाँ तक की हफ्ते भर भी इस्तेमाल कर सकते हैं। गर्मी के दिनों में फ्रिज में रखकर इस्तमाल करें। इसके लिए आपको निम्नलिखित सामग्री की आवश्यकता होगी।
S.N. |
सामग्री का नाम |
मात्रा |
1 |
मध्यम आकार की चुकंदर (कद्दूकस की हुई) |
2 |
2 |
कद्दूकस किया हुआ नारियल |
1 कप |
3 |
हरी मिर्च (स्वाद अनुसार) |
2 या 3 |
4 |
इमली का छोटा टुकड़ा (भिगोया हुआ) |
1 टुकड़ा |
5 |
काला जीरा |
1 छोटा चम्मच |
6 |
सरसों के बीज |
1 छोटा चम्मच |
7 |
करी पत्ता |
10-12 |
8 |
हींग |
1 चुटकी |
9 |
नमक |
स्वादानुसार |
10 |
जैतून का तेल |
1 चम्मच |
11 | हरे धनिये की पत्ती |
8-10 |
चुकंदर की चटनी बनाने का तरीका
चुकंदर की चटनी बनाने के लिए आपको कुल मिलकर लगभग 10 स्टेप्स करने पड़ेंगे। हर एक स्टेप को वैसे ही करें जैसे बताया गया है। तभी आपको चुकंदर की चटनी का पूरा स्वाद मिलेगा। तो आइये शुरू करते हैं।
सबसे पहले एक छोटी कढ़ाई या बर्तन में 1 बड़ा चम्मच जैतून का तेल गर्म करें। जब तेल गर्म हो जाए, तो इस जैतून के तेल में 1 छोटा चम्मच सरसों के बीज दाल दें और सरसों के बीजों को चटकने दें। अब इसमें 1 छोटा चम्मच जीरा और एक चुटकी हींग डालें। इसके बाद इसमें करी पत्ते डालकर हल्का सा भुने।
अब इसके अंदर कद्दूकस किये हुए चुकंदर के टुकड़ों को इस तेल में दाल दें, 3 से 5 मिनट तक इसको धीमी आंच पर पकाएं जब तक चुकंदर थोड़े नरम पड़ जाएँ। अब इसको अच्छे से मिला लें और कद्दूकस किया हुआ नारियल इसमें दाल दें। अब इसमें हरी मिर्च और इमली का टुकड़ा भी दाल दें और अपने स्वाद के अनुसार नमक भी दाल दें।
अब इस पुरे मिश्रण को 5 से सात मिनट तक धीमी आंच पर पकने दें और इसको चलते रहें जब तक चटनी गाढ़ी न हो जाये। अब इसको थोड़ा ठंडा होने दें और मिक्सर में दाल कर अच्छे से पीस लें, थोड़ा दरदरा रखें। अब इसको एक बर्तन में निकालें और ताजगी वाली धनिया पत्तियों से सजाएं। आपकी स्वस्थ और स्वादिष्ट चुकंदर की चटनी तैयार है।
चुकंदर की चटनी को कैसे इस्तेमाल करें
आप चुकंदर की चटनी को अपने आहार में शामिल अलग अलग तरीके से कर सकते हैं। पराठों और रोटियों अपने पसंदीदा भारतीय ब्रेड के साथ चटनी सर्व करें। इसे सैंडविच या रैप्स में स्प्रेड के रूप में उपयोग करें या फिर snack डिप के रूप में क्रैकर्स या सब्जियों के टुकड़ों के साथ खाएं।
चुकंदर की चटनी (Beetroot Chutney) चटनी के स्वास्थ्य लाभ
Health Benefits of Beetroot Chutney चुकंदर की चटनी के फायदे बहुत सरे हैं ये केवल स्वादिष्ट ही नहीं, बल्कि कई स्वास्थ्य लाभ भी प्रदान करती है। यह आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत ही बेहतरीन है।
खून का संचार और दिल की सेहत के लिए
चुकंदर आयरन का अच्छा स्रोत है, जो खून में हीमोग्लोबिन बढ़ाने में मदद करता है। यह विशेष रूप से एनीमिया वाले लोगों के लिए फायदेमंद है। चटनी में शामिल सरसों के बीज, जीरा, और हींग रक्त संचार को भी बेहतर बनाते हैं। BEETROOT के फ्लेवोनोइड्स दिल को मजबूत करने में मदद करते हैं और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करते हैं। अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन (American Heart Association) के अनुसार, चुकंदर के अंदर उच्च नाइट्रेट स्तर होता है जो ब्लड प्रेशर कम करने में बहुत ही मददगार होता है।
लीवर की सफाई (Detoxification of Liver)
चुकंदर की चटनी का एक महत्वपूर्ण लाभ लीवर की सफाई में मदद करना है। BEETROOT लीवर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करती है, जिससे उसकी कार्यक्षमता में सुधार होता है। यह खासकर उन लोगों के लिए उपयोगी है जो फैटी लीवर की समस्या से जूझ रहे हैं। बीट्स में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स, जैसे कि बेटालाइन, लीवर की सेहत को बेहतर बनाते हैं।
पाचन तंत्र को स्वास्थ्य बनाने के लिए
यह चटनी फाइबर से भरपूर होती है, जो स्वस्थ पाचन तंत्र बनाए रखने में मदद करती है। फाइबर कब्ज को रोकने, पाचन को बेहतर बनाने और आंतरिक गतिशीलता को नियमित करने में सहायक होता है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डायबिटीज एंड डाइजेस्टिव एंड किडनी डिजीज (National Institute of Diabetes and Digestive and Kidney Diseases, 2023} के अनुसार, एक उच्च फाइबर आहार पाचन स्वास्थ्य का समर्थन करता है और पाचन समस्याओं को रोकने में मदद करता है।
वजन घटने में मददगार
Beetroot की चटनी कम कैलोरी वाली लेकिन पोषक तत्वों से भरपूर होती है। यह मोटापे या वजन कम करने के प्रयास में सहायक हो सकती है। फाइबर की वजह से आपको लंबे समय तक भरा हुआ महसूस होता है और कुल कैलोरी का सेवन कम होता है। इसके अलावा, बीट्स मेटाबॉलिज़्म और ऊर्जा स्तर को बढ़ाने के लिए जानी जाती हैं, जो वजन घटाने में सहायक हो सकती हैं।
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