दिल्ली के मुख्यमंत्री का भी कोविद टेस्ट आया पॉजिटिव
दिल्ली में कोरोना का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है, मामले बढ़ रहे हैं और पाजिटिविटी रेट भी बहुत अधिक है। जिस तेज़ी से covid-19 के मामले बढ़ रहे हैं हमारे चारों और एक बड़ा खतरा मंडरा रहा है। खतरे का अनुमान आप इसी से लगा सकते हैं की 04 जनवरी 22 की रिपोर्ट्स के अनुसार दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल की कोविद 19 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। उनको हलके लक्षण हैं और आइसोलेशन में चले गए हैं।
इसलिए हमें बहुत ही सतर्क रहने की आवश्यकता है अपने और परिवार की बचाये रखने के लिए COVID प्रोटोकॉल्स को फॉलो करने की आवश्यकता है.
SARS CoV2 का नया वैरिएंट ओमीक्रोन दुनिया के लिए एक नए चेतावनी
ओमीक्रोन वैरिएंट कोविद 19 वायरस का एक नया वैरिएंट है जिसके लगभग 30 से भी अधिक म्युटेशन हो चुके हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने 26 नवंबर 2021 को ओमीक्रान वैरिएंट को एक चिंता का विषय घोषित किया है। कोरोना वायरस के इस नए वैरिएंट को Omicron B.1.1.529 या SARS CoV2 वैरिएंट ऑफ़ कंसर्न नाम दिया है। नए ओमीक्रोन वैरिएंट का व्यवहार इसमें हुए म्युटेशन के कारण बदल गया है जो चिंता का विषय है।
इसी कारण ये सवाल उठ रहे हैं कि क्या कोविद 19 के पुराने वैरिएंट्स के मुकाबले नए ओमीक्रान variant कि इन्फेक्शन फ़ैलाने कि क्षमता अधिक है? दक्षिण अफ्रीका से शुरू होकर अब ओमीक्रान के मामले हिन्दुस्तान तक भी पहुँच गए हैं। दिल्ली और महाराष्ट्र में तेजी से नए मामलो कि पुष्टि हो रही है। इसका कारण है omicron variant का इन्फेक्शन बहुत ही तेजी से फैलता है.
क्या ओमीक्रान वैरिएंट एक चिंता का विषय है ?
अभी तक के आंकड़ों के हिसाब से इसको चिंता का विषय माना गया है। लेकिन अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि ओमीक्रान वैरिएंट कोरोना के पुराने वैरिएंट के मुकाबले कितना हानिकारक है। हालाँकि यह माना जा रहा है कि इसके फैलने कि तीव्रता तेज़ है। ओमीक्रान वैरिएंट कि ट्रांसमिसिबिलिटी को लेकर अभी अध्यन चल रहे हैं और सही तस्वीर आना अभी बाकी है। हालाँकि दक्षिण अफ़्रीका से शुरू हुए मामले विश्व के दूसरे हिस्सों तक पहुँचने को लेकर इसकी तेजी से फैलने कि सम्भावना को बल मिलता है।
यह वीडियो देखें —How Corona Affects Human Body in Hindi
नए कोविद 19 के वैरिएंट के कारण होने वाली बीमारी कि गंभीरता भी अभी बहुत स्पष्ट नहीं है। और यह आकलन किया जा रहा है कि ओमीक्रान वैरिएंट पिछले डेल्टा वैरिएंट से अधिक प्रभावी है या कम। ओमीक्रान वैरिएंट ने अभी तक युवा लोगों को अधिक प्रभावित किया है इसलिए इसको नए खतरे के रूप में देखा जा रहा है। लेकिन यह कहना भी अभी जल्दबाजी होगा कि यह केवल युवा आबादी के लिए अधिक घातक है या इसका प्रभाव वयस्कों और बूढ़ों में भी उतना ही होगा।
अभी कुछ नए शोध कार्यों में यह बात भी कही है कि इसके फैलने कि तीव्रता तो अधिक है लेकिन इसकी मृत्युदर एवं बीमारी के कॉम्प्लीकेशन्स उतने तीव्र नहीं है।
ओमीक्रोन वैरिएंट का पता किस जाँच से चलता है ?
यह एक अच्छी बात है कि ओमीक्रान वैरिएंट को भी आरटी-पीसीआर जाँच के द्वारा पता पता लगाया जा सकता है। नए वैरिएंट को जांचने के लिए वायरस कि जेनेटिक सेकुवेंसे का सहारा लिया जाता है। आरटी पीसीआर के साथ दुसरे पीसीआर समबन्धित जांचे भी प्रभावी है। लेकिन रैपिड एंटीजन जाँच कि प्रभाविता और उससे आने वाले रिजल्ट पर अभी भी शोध कार्य चल रहा है।
वैज्ञानिकों ने कहा है कि आरटी-पीसीआर और रैपिड पीसीआर जांचें उसी सटीकता से रिजल्ट देने में प्रभावी हैं जितने कोविद 19 के दूसरे वैरिएंट के लिए प्रभावी हैं।
क्या ओमीक्रान वैरिएंट कोविद वैक्सीन कि प्रभावशीलता को कम करेगा ?
क्योंकि ओमीक्रान वायरस में 30 से अधिक म्युटेशन हो चुके हैं इसलिए इस बात कि प्रबलता है कि यह वैक्सीन कि प्रभाव शीलता को कम करे। लेकिन इस बात कि सम्भावना को भी नहीं नकारा जा सकता कि जिस प्रकार डेल्टा वायरस के लिए वैक्सीन प्रभावित रहीं हैं हो सकता इसके लिए भी प्रभावी रहे। इस बात के पक्के प्रमाण हैं कि वैक्सीन ने दूसरी लहर के दौरान मरीजों में बीमारी कि तीव्रता को काम किया था और मृत्युदर भी उन मरीजों में कम थी जिन्होंने वैक्सीन ले रखी थी।
ओमीक्रोन वैरिएंट की रोकथाम के प्रभावी तरीके
इस वैरिएंट के संक्रमण को रोकने के लिए वह सभी कोविड 19 प्रोटोकॉल जरुरी हैं जो कोरोना वायरस को रोकने के लिए प्रभावी रहे हैं। वायरस को फैलने से रोकने के लिए निम्नलिखित उपायों को करना आवश्यक है।
- विदेश से आने वाले यात्रयों की एयरपोर्ट पर सघन जाँच हो
- एयरपोर्ट पर ही 2 हफ्ते तक क्वारंटाइन में रखने का नियम
- कोविद 19 का टीका लगवाएं
- हाथों को बार बार साबुन से धोएं
- सोशल डिस्टन्सिंग का पालन करें
- घर से बाहर मास्क अवश्य लगाएं
- Hand sanitizer का प्रयोग करें
- वैंटिलेशन के सुधार के लिए खिड़कियां खुली रखें
- भीड़-भाड़ वाली जगह जाने से बचें
- छींक आने पर रुमाल का इस्तेमाल करें या अपनी कोहनी को मोड़ कर छींकें
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