ऑपरेशन से होने वाली डिलीवरी के बाद की समस्याएं
C-Section से होने वाले प्रसव और डिलीवरी आजकल बहुत ही कॉमन हो गयी हैं, उसके अपने ही कारण हैं। अब क्यूंकि सिजेरियन डिलीवरी के मामले ज़्यादा हो रहें हैं उसी के साथ इसके बाद होने वाली कॉमन समस्याओं और क्लीनिकल कॉम्प्लीकेशन्स भी काफी बढ़ गए हैं। इसलिए ये जानना जरुरी हो जाता है कि सिजेरियन डिलीवरी के बाद बढ़ती समस्याएं क्या हैं क्या करें? आप ये भी जानेंगे कि इन प्रोब्लेम्स से कैसे बचा जा सकता है और उन्हें कैसे दूर किया जा सकता है।
डिलीवरी के बाद क्या समस्याएं आती हैं?
सिजेरियन डिलीवरी के बाद बढ़ती समस्याएं दो प्रकार कि हो सकती हैं, सामान्य समस्याएं और खतरनाक समस्याएं। अक्सर महिलाओं को कुछ सामान्य समस्याएं होती ही हैं जैसे कि पेट दर्द, पीठ दर्द, जांघों में दर्द, कमजोरी, गैस की समस्या, पेट की दूसरी समस्याएं और मोशन्स का ठीक से न आना
जहाँ तक क्लीनिकल समस्याओं और प्रोब्लेम्स की बात है उनके बारे में आपके लिए जानना बहुत ज्यादा ज़रूरी हो जाता है क्योंकि कोई एक छोटी प्रॉब्लम देखते देखते कब बड़ी हो जाती है हमें पता भी नहीं लगता और ये जानलेवा भी हो सकती है। इन समस्याओं और इनके समाधान के बारे में डिटेल में समझने के लिए बने रहें इस आर्टिकल के आखिर तक।
ऑपरेशन के बाद होने वाली सामान्य समस्याएं
- पहले 24 घंटे बहुत महत्चपूर्ण होते हैं, इस दौरान चीरे कि जगह दर्द महसूस हो सकता है या पेट में में क्रैम्प्स भी महसूस हो सकते हैं जो एक नार्मल बात है लेकिन अगर दर्द कि इंटेंसिटी बहुत ज़्यादा हो तो अपने डॉक्टर से जरुरु बात करें और इसको इग्नोर न करें।
- सिजेरियन डिलीवरी के बाद कॉमन प्रोब्लेम्स से आपको रिकवर होने में करीब 4 से 6 हफ्ते का समय लगता है। पहले चार हफ्ते में आपको खाने पीने की आदतों पर ध्यान रखना चाहिए। तरल पदार्थ, लिक्विड फ़ूड, जूस, प्रोटीन वाले भोजन और हरी सब्जियों का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करना चाहिए। साथ ही साथ खाने की समय और मात्रा का भी ध्यान रखना चाहिए।
- सबसे जरुरी है हलकी फुलकी एक्सरसाइज और डेली वाक करना, जितना जल्दी आप बिस्तर से मोवेमेंट शुरू करेंगे उतनी ही तेजी से रिकवरी होगी। साथ ही आप किसी फ़िज़ियोथेरेपिस्ट की सलाह भी लें सकते हैं, इससे भी रिकवरी अच्छी होती है खास तौर से कमर दर्द और हाथ पैरों का दर्द के मामले में।
- लेकिन जो क्लीनिकल कॉम्प्लीकेशन्स हैं अगर वो बढ़ गए तो फिर मुश्किल हो सकती है। सिजेरियन डिलीवरी के बाद कई महिलाओं को बहुत तेज़ पेट दर्द, ब्लीडिंग का बहुत अधिक होना, ब्लड प्रेशर का बहुत ज़ायदा काम होना, कब्ज का लगातार बने रहना, Anal Fissure का डेवलप हो जाना, शरीर में इन्फेक्शन फ़ैल जाना, ज़ख्म में इन्फेक्शन हो जाना, पेशाब का रुक जाना, उल्टियां आना और आँतों में बंद लग जाना।
सिजेरियन डिलीवरी के बाद बढ़ती समस्याएं, क्या सावधानियाँ रखें?
पहला हफ्ता काफी क्रिटिकल होता है जिसमे इन्फेक्शन फैलने और ब्लीडिंग का खतरा अधिक रहता है। ऐसा नहीं है की ये समस्याएं सारी ही महिलाओं को एक साथ होती हैं इनमे से एक दो या एक समस्या भी हो जाये तो वो भी खतरनाक साबित हो सकती है।
इन समस्याओं का समाधान करने के लिए सही दवाओं का इस्तेमाल और डॉक्टर की सलाह का पालन करना बहुत जरुरी है। दूसरा जरुरी बात ये है की इन कॉम्प्लीकेशन्स और प्रोब्लेम्स को समय पर पहचान लेना और समय पर उसका इलाज करा लेना आपको बड़े खतरे से बचा सकता है।
ऑपरेशन के बाद होने वाली बड़ी समस्याएं
सिजेरियन डिलीवरी के बाद बढ़ती समस्याएं पहचानने के लिए आपको इन 7 लक्षणों पर ध्यान रखना चाहिए, इनमे से अगर कोई भी लक्षण अगर डिलीवरी होने के एक हफ्ते के अंदर दीखता है तो बिना देर किये अपने डॉक्टर से मिलें।
- पेट में बहुत तेज़ दर्द होना (Intense Uterine Cramps)
- बहुत तेज़ ठण्ड लगकर बुखार आना
- पेट फूलना और हवा पास न होना
- पेशाब करने में परेशानी और लाटेरिने के रस्ते खून आना
- बहुत अधिक ब्लीडिंग होना (more than 1 pad per hour) या ज़ख्म से ब्लड का आना
- सांस लेने में दिक्कत
- काफ मसल्स में तेज़ दर्द होना
ये 7 वार्निंग सिग्नल्स होते हैं, इनको बिलकुल भी इग्नोर न करे, और इन लक्षणों पर नज़र बनाकर रखें ऐसा होना एक इमरजेंसी वाली हालत होती है।
पहले 2 हफ्ते मरीज को ज़ख्म के आस पास दर्द भी होता है किसी को कम और किसी को ज़ायदा लेकिन ये नार्मल बात है। कुछ महिलाओं को चीरे के आस पास महीनों तक दर्द होता है और कई बार पेशाब का कण्ट्रोल भी नहीं हो पाता है जिसकी वजह पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियों की कमज़ोरी होती है।
ऑपरेशन के बाद होने वाली बड़ी समस्याएं और उनका समाधान
अब बात करते हैं आपके कॉमन सवालों के बारे में जो अक्सर महिलाओं के द्वारा पूछे जाते हैं।
सवाल नंबर 1
सिजेरियन डिलीवरी के बाद कितने दिनों के बाद आराम की आवश्यकता होती है? और कब नार्मल काम पर जा सकते हैं या एक्सरसाइज कर सकते हैं?
सिजेरियन डिलीवरी के बाद कम से कम 6 से 8 हफ्तों तक करें। कोई भाग दौड़ नहीं हल्का व्यायाम घर पर कर सकते हैं और 8 हफ्ते तक ड्राइविंग भी न करें। आप काम पर 3 हफ्ते बाद लौट सकते हैं।
सवाल नंबर 2
सिजेरियन डिलीवरी के बाद कितने समय बाद फिर से प्रेगनेंसी हो सकती है?
अपने डॉक्टर से परामर्श करना सबसे अच्छा होता है, लेकिन आप 18 महीने के बाद दूसरी प्रेगनेंसी प्लान करने के बारे में सोच सकते हैं। लेकिन 24 हफ्ते का गैप रखना बेहतर रहेगा।
सवाल नंबर 3
सिजेरियन डिलीवरी के बाद वैजिनल डिस्चार्ज कब तक आता है ?
सिजेरियन डिलीवरी के हलकी ब्लीडिंग (खून आना) लगभग 6 हफ्ते तक होती है उसके बाद आपका मेन्सुरल साइकिल (माहवारी) लम्बा हो सकता है, ये भी हो सकता है कि आपको लगातार कई महीने तक माहवारी ही न आये उसका कारण होता है बच्चे को दूध पिलाना तो इससे न घबराएं।
सवाल नंबर 4
सिजेरियन डिलीवरी के बाद कब्ज या कॉन्स्टिपेशन की समस्या को कैसे दूर करें?
पानी ज़्यादा पियें, अधिक फाइबर वाला भोजन करें, और साथ में ऐसी चीज़ें खाएं जो लैक्सटिव हो जैसे इसबगोल की भूसी, मुनक्का अंजीर वगैरह।
सवाल नंबर 5
सिजेरियन डिलीवरी के बाद गैस की समस्या का क्या हल है?
आप हल्का और जल्दी पचने वाला भोजन करें, हरी सब्जियां ज्यादा खाएं, टाला भुना और मसालेदार भोजन न करें, थोड़ा खाएं और काम अंतराल पर खाएं
सवाल नंबर 6
सिजेरियन डिलीवरी के बाद नार्मल डिलीवरी की कितनी संभावना होती है?
सिजेरियन डिलीवरी के बाद नार्मल डिलीवरी हो सकती है, लेकिन चान्सेस काफी काम रहते हैं, ये आपकी बॉडी स्ट्रक्चर और रिकवरी पर भी निर्भर करता है साथ ही नयी प्रेगनेंसी पर भी।
निष्कर्ष
सिजेरियन डिलीवरी के बाद बढ़ती समस्याएं न हों या उनको कण्ट्रोल किया जा सके उसके लिए आपको पहले एक हफ्ते में बहुत ध्यान रखना चाहिए। और अगर कोई भी लक्षण आपको दीखता है तो फ़ौरन अपने चिकित्सक से संपर्क करें और अपने सवास्थ्य का ध्यान रखें।
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